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मुकेश चौरसियाको हत्याको छानबीन बारे

 हिजो मैले मुकेश चौरसियाको हत्याको छानबीन बारे  जाहेरी दत्र्ता गराउने ृ विषयमा  पर्सा को एस पी पंत लाई सुनें । उनको भनाई रहेछ कि घटना स्थलमा भिडियोमा जो देखिए का छन , उनको विरुद्ध मा मात्र जाहेरी दत्र्ता गर्न सकिन्छ । घटना को भिडियो हेर्दा मुठभेड  प्रायोजित जस्तो लाग्छ । त्यहाँको स्थानीय जनता को पनि बुझाई त्यहीनै रहेको छ । प्रायोजित घटनामा परपेटरेटर हुन्छ । यदि शंका वा प्रमाण को आधारमानै कुनै परपेटरेटर को नाम जाहेरी मा छ , भने त्यो जाहेरी किन दत्र्ता न गरने, मूल प्रश्न यो रहे छ । परपेटरेटरको बारेमा छानबीन गर्ने सम्पूर्ण अधिकार अदालत संग पनि रहन्छ । 

मुकेश को हत्याको विषयमा  कानून लाई लंगटो बनाइंदै छ र यो प्रक्रिया जारी रह्यो भने मधेश प्राया्ेजित राजनीतिक हिंसा का घटनाका लागि खुलस्त भूमिको रुपमा प्रयोग हुने वाला छ र मधेशी जनता गिनी पिग जस्तो मरने छन। हामी मधेशमा जनताको जन धन को सुरक्षा का लागि कानूनको शासनका लागि संघर्ष गर्नुको कुनै विकल्प छैन ।

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